पवन कुमार उर्फ पम्मी 341 वोटों से विजयी घोषित
पवन कुमार उर्फ पम्मी 341 वोटों से विजयी घोषित
चंडीगढ़। चंडीगढ़ स्ट्रीट वेंडर्स (छोटे व्यापारी) के चुनाव में पवन कुमार उर्फ पम्मी ने अन्य विरोधियों को पटखनी देकर 341 वोटों से जीत हासिल की है। जबकि हैंडीकैप्ड में महेश गिरि विजयी घोषित किए गए हैं। जानकारी के अनुसार चंडीगढ़ स्ट्रीट वेंडर्स ने अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए चुनाव का रास्ता अपनाया था। जिसके तहत वीरवार को तीन जगहों पर पोलिंग स्टेशन बनाकर मतदान करवाया जा रहा है। आज सुबह से ही वेंडर्स की लंबी लाइनें वोट डालने के लिए लगी हुई थी। सेक्टर 15 के कम्युनिटी सेंटर, सेक्टर 19 के कम्युनिटी सेंटर और मौलीजागरां के कम्युनिटी सेंटर में मतदान हुआ। इन चुनावों में 9 उम्मीदवार खड़े हुए हैं। इन चुनावों में वेंडर्स के रुप में 7,249 वोटर्स तय करेंगे कि कौन प्रधान होगा। वेंडर्स के शहर में कई मुद्दे हैं। कई वेंडर्स इसलिए परेशान हैं क्योंकि उन्हें निगम ने उन सेक्टरों में बैठा दिया जहां उनकी सेल ही नहीं है। वहीं कोरोना को लेकर भी वेंडर्स का काम बुरी तरह से प्रभावित हुआ था।
सुरक्षा के लिहाज से पोलिंग बूथों के बाहर पुलिस भी तैनात की गई है। सबसे ज्यादा भीड़ सेक्टर 15 के कम्युनिटी सेंटर पर देखी गई। इसका अहम कारण मंडी ग्रांउड, सेक्टर 15 में सबसे ज्यादा वेंडर्स को शिफ्ट करना है।
एक वेंडर सुनील पुरी ने बताया कि वोटिंग सेंटर्स पर भारी भीड़ जुटी रही। वोटिंग का समय 4 बजे तक का था मगर जिस प्रकार धीमी वोटिंग हो रही थी उससे पहले ही आशंका थी कि वोटिंग देर तक चलेगी। जानकारी के मुताबिक अभी तक 3 सीटों पर उम्मीदवार चुने जा चुके थे और 2 और उम्मीदवारों का चयन होना बाकि था।
ये थे चुनाव चिन्ह
कमेटी के मेंबर्स के रूप में उम्मीदवारों के चुनाव चिन्ह भी मूलभूत जरूरतों से हिसाब से रखे हैं। इनमें कप प्लेट, बाल्टी, नलका, गिलास, जग, बल्ब, थर्मस, हैट, पंखा शामिल है। कुल 9 उम्मीदवारों में से 7 उम्मीदवार एससी/ओबीसी और 3 दिव्यांग श्रेणी में हैं। 5 मेंबर्स इनमें से चुने जाएंगे। उम्मीदवार रवि अदवान ने बताया अगर वह जीतते हैं तो सभी स्ट्रीट वेंडर्स की समस्याओं को हल करेंगे। वहीं मेंबर पद के अन्य उम्मीदवार मुकेश गिरी ने कहा कि वह वेंडर्स को कमाई के हिसाब से सही जगह दिलवाने के लिए वह काम करेगें।
समस्याएं हल होनी चाहिए
वोटर्स ने कहा कि वेंडर्स की समस्याओं का हल होना चाहिए। महिला वेंडर्स ने कहा कि उन्हें दूर-दराज के सेक्टरों की बजाय घरों के पास सेक्टरों में वेंडिंग की मंजूरी दी जाए। वहीं कुछ वेंडर्स ने कहा कि उन्हें एक सामान से दूसरा सामान नहीं लगाने दिया जाता। निगम द्वारा चालान काट लाइसेंस कैंसिल करने की धमकी दी जाती है। वेंडर्स ने कहा कि उन्हें उम्मीद है नया प्रधान उनके लिए काम करेगा। वोट डाल कर आए एक वेंडर ने कहा कि पहले निगम के अफसर ही कमेटी के मेंबर थे। हालांकि अब वेंडर्स के बीच में से मेंबर चुने जाने से वेंडर्स का शोषण नहीं होगा। किसी का कप का निशान है। किसी का चुनाव निशान बाल्टी है। करीब एक साल की देरी के बाद चंडीग? नगर निगम ने नई टाउन वेंडिंग कमेटी का गठन शुरु किया है। इस कमेटी में वेंडर्र में मेंबर्स के रुप में चुने जाने के बाद आरडब्ल्यूए और एनजीओ के सदस्यों को मेंबर बनाया जाएगा।
वेंडर्स का सर्वे भी नहीं हो पाया
कमेटी के निर्माण में देरी के कारण वेंडर्स का सर्वे भी नहीं हो पाया है। हर 5 वर्ष में यह सर्वे करना होता है। शहर के लगभग 10 हजार वेंडर्स को 3 श्रेणियों में बांटा गया है। इनमें स्ट्रीट वेंडर्स, इसेंशियल और नॉन-इसेंशियल श्रेणी शामिल है। पहला सर्वे 2016 में किया गया था। कोरोना महामारी के दौरान कई वेंडर्स का काम बुरी तरह प्रभावित हुआ था। नगर निगम के स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट के तहत वेंडर्स को जगह अलॉट हुई थी। इनमें से कई खाली पड़ी हुई हैं। कई वेंडर्स फीस समय पर न भर पाने के चलते वोटिंग में शामिल नहीं हो पाए हैं। शहर में पहले 20 से 25 हजार वेंडर्स थे। हालांकि सर्वे में शामिल न होने के कारण इन्हें गैर कानूनी रूप से वेंडिंग करने को लेकर लाइसेंस जारी नहीं हुआ था। छंटनी के बाद 10 हजार के लगभग वेंडर्स ही रह गए थे।
3 पोलिंग बूथों पर हुई वोटिंग; सिर्फ 3212 वेंडर्स ने ही डाला वोट
चंडीगढ़ नगर निगम की टाउन वेंडिंग कमेटी में वेंडर्स को शामिल करने के लिए आज चुनाव करवाए गए। 5 मेंबर्स के चयन के लिए कुल 28 स्ट्रीट वेंडर्स ने एससी/ओबीसी/महिला/अल्पसं यक और दिव्यांग श्रेणी में 5 सीटों के लिए अपनी दावेदारी दी थी। इनमें से 16 की उम्मीदवारी योग्यता में खरे न उतर पाने के चलते रद्द हो गई थी। ऐसे में 12 वेंडर्स उ मीदवार के रुप में बचे थे। निगम में सुपरीटेंडेंट इंजीनियर (बीएंडआर) इंद्रजीत सिंह गुलाटी ने रिटर्निंग अफसर की भूमिका निभाई थी। महिला एवं अल्पसं यक श्रेणी में तीन उम्मीदवार निर्विरोध जीत गए। कुल 7249 वोटों में से 3212 वेंडर्स ने ही अपनी वोट का प्रयोग किया। ऐसे में 44.31 प्रतिशत वोटिंग हुई। सुश्री अनिंदिता मित्रा , आयुक्त, नगर निगम चंडीगढ़ ने कहा कि टीवीसी का चुनाव केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ स्ट्रीट वेंडर्स (आजीविका संरक्षण और स्ट्रीट वेंडिंग का विनियमन) नियम, 2015 की अनुसूची में निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार किया जा रहा है। नगर निगम चंडीगढ़ शहर में एक साल से लंबित रेहड़ी फड़ी वालों के मामलों को उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।